विद्यायतन तीर्थ
- परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से मप्र की राजधानी भोपाल में छोटे तालाब के किनारे पिछले पन्द्रह वर्ष पहले जिस छोटे से जैन मंदिर की आधार शिला रखी गई थी,उसे 12 मई 2009 को आचार्यश्री के शिष्य पूज्य ऐलक श्री निशंक सागर जी महाराज ने विद्यायतन तीर्थ नाम दिया है।- विद्यायतन तीर्थ में बने विशाल जैन मंदिर में चिन्तामणी श्री पार्श्वनाथ भगवान की मनोहारी, चमत्कारी विराजमान है जहां प्रतिदिन सैकडों लोग दर्शनों को आते हैं।
- पिछले तीन वर्षों में यह स्थान भोपाल में जैन समाज की गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र बन गया है।
- इस स्थान पर पिछले तीन वर्षों में पंचकल्याण, सिद्धचक्र महामंडल विधान, त्रिलोक्य महामंडल विधान हुए हैं जिसके माध्यम से जैन धर्म की प्रभावना भी हुई है।
- विद्यायतन तीर्थ पद मप्र की पहली एयरकंडीशन जैन धर्मशाला का निर्माण किया है। जिसमें छह एसी रूम अटैच लेटबाथ एवं तीन रूम नॉन एसी नॉन अटेच लेटबाथ बनाए गए हैं।
- मप्र के प्रसिद्ध पत्रकार रवीन्द्र जैन इस तीर्थ के अध्यक्ष हैं। वर्तमान में वे राज एक्सप्रेस समाचार पत्र के स्थानीय संपादक भी हैं।
- पिछले तीन वर्षों में यह स्थान भोपाल में जैन समाज की गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र बन गया है।
- इस स्थान पर पिछले तीन वर्षों में पंचकल्याण, सिद्धचक्र महामंडल विधान, त्रिलोक्य महामंडल विधान हुए हैं जिसके माध्यम से जैन धर्म की प्रभावना भी हुई है।
- विद्यायतन तीर्थ पद मप्र की पहली एयरकंडीशन जैन धर्मशाला का निर्माण किया है। जिसमें छह एसी रूम अटैच लेटबाथ एवं तीन रूम नॉन एसी नॉन अटेच लेटबाथ बनाए गए हैं।
- मप्र के प्रसिद्ध पत्रकार रवीन्द्र जैन इस तीर्थ के अध्यक्ष हैं। वर्तमान में वे राज एक्सप्रेस समाचार पत्र के स्थानीय संपादक भी हैं।
rujya gurudev K shree charno me kotish vandan me sandeep jain (journlist dhar in M.P.) apke prayaso me shamil hokar sabhi jain samaj ko jodna cahta hu. apke agami or vartman chaturmas ki jainkari K sath contct No./e-mail dene ka kast karen
ReplyDeletesndp_jn30@yahoo.com 94240-86762, 88789-38789